बाल संरक्षण इकाई सिमडेगा द्वारा केरसई के बच्चों बाल संरक्षण से संबंधित मानव तस्करी, बाल श्रम किया जागरूक

केरसई: जिला बाल संरक्षण इकाई के कार्यकर्ता अंकित कुमार द्वारा शनिवार को केरसई प्रखंड में स्थित उत्क्रमित राजकीयकृत +2 उच्च विद्यालय में बाल संरक्षण से संबंधित मानव तस्करी, बाल श्रम, बाल विवाह, बाल दुर्व्यवहार, फोस्टर केयर एवं स्पॉन्सरशिप योजना इत्यादि के बारे में बच्चों को विस्तार पूर्वक जानकारी उपलब्ध कराई गई। उक्त कार्यक्रम में बाल संरक्षण विभाग के कार्यकर्ता अंकित कुमार विभिन्न प्रकार के बाल दुर्व्यवहार को परिभाषित करते हुए कहा की मानव तस्करी एक ऐसी कृत्य है जिसमें बच्चों को या उनके परिवार वालों को धोखे से, ठग कर, प्रलोभन देकर, नियोजन के आधार पर या फिर ऐसी असत्य आकांक्षाओं को परोस कर बच्चों को अपने परिवार से अलग करते हुए उन्हें औद्योगिक नगर में ले जाकर उनके साथ शारीरिक एवं मानसिक दुर्व्यवहार करते हैं। मानव तस्कर बच्चों को अत्यंत ही जोखिम भरे कार्यों में डालकर उनका शारीरिक व मानसिक दोहन करते हैं। इससे बच्चों के स्वास्थ्य पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है।

बच्चों को समझाते हुए कार्यकर्ता अंकित कुमार ने कहा कि बच्चें समाज के कर्ताधर्ता है। उनका संरक्षण करना जिला बाल संरक्षण इकाई की पहली प्राथमिकता है। बच्चों के संरक्षण से संबंधित सरकार द्वारा चाइल्डलाइन हेल्पलाइन नंबर 1098 प्रसारित की गई है।1098 में सूचना देने वाले का नाम एवं पता गोपनीय रखा जाता है। स्पॉन्सरशिप योजना द्वारा प्रत्येक बच्चें को 2000 ₹ मासिक भुगतान कर सीधे उनके संयुक्त बैंक खाता में डाला जाता हैं। कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाध्यापक जेवियर टेटे एवं विद्यार्थियों का सराहनीय योगदान रहा।

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